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show episodes
 
Being an eye doctor makes life easy, right? Not so fast. Join us as we uncover our lives as healthcare professionals. In each episode, you will face reality and vulnerability. You’ll hear how to manage your wellbeing, culture, and physical and mental health. You’ll also navigate self-improvement and professional development, all while uncovering innovation in patient care from experts in our healthcare system. Let’s do this while keeping it “real” and authentic. Hosted by Dr. Meenal Agarwal, ...
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एक ऐसी संस्कृति जो दुनिया की सबसे पुरानी संस्कृतियों में से एक है, जो मुअन-जो-दड़ो से शुरू होती है या उससे भी पहले की हो सकती है। सिंधी भाषा प्राचीन और साहित्य की दृष्टि से समृद्ध है। सिंधी साहित्य जगत के साहित्यकारों ने सिंधी साहित्य को बहुत समृद्ध बनाया है। कोण है सिंधीयो के देवता? सिंधी साहित्य में सबसे पहला संदर्भ किस इतिहासकारों के लेखन में मिलता है? इन सारे सवालों के जवाब जानने के लिए सुनिए सिंधी संस्कृति with तमन्ना और मीणा सिर्फ ऑडियो पिटारा पर. आपको ये शो कैसा लगा? ये कमेंट करके जरू ...
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An attempt on giving voice to my writing and sharing the feelings. Hope all of you like and connect. My mode of recital is Hindi and English both. Keep listening. Spread love.
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Rj_Meenakshi K

Rj_MEENAKSHI K

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Life have lots of miracles and twists... But the angle of vision for each personality will be always different right!❤️.Here we have to hear each think in different angle of vision. நம்ம வாழ்க்கைல ரொம்ப சாதாரணமா கடக்கிற விஷயங்கள் எல்லாமே ஆழமான பின்புலத்தை உடையாத இருக்கும்.....பார்வையின் கோணத்தை மாற்றுவோம்.🎙️📻
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Hello everyone. I am your narrator Meenu Rani Jain. Welcome to my podcast 'शिक्षाप्रद कहानियाँ' and here I will be telling you educational stories where each story will end with a Moral. Thank You. नमस्ते, मैं आपकी कथावाचक मीनू रानी जैन हूं। मेरे पॉडकास्ट शिक्षाप्रद कहानियाँ में आपका स्वागत है और यहाँ मैं आपको ऐसी कहानियाँ सुनआऊंगी जहाँ प्रत्येक कहानी एक शिक्षा के साथ समाप्त होगी। धन्यवाद।
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Thank you for joining me on this podcast! My name is Dr Meenal Viz and I'm an NHS doctor and activist. My love for sharing stories and using that as a medium to help people is one that brings me a lot of joy and it all ties in with the one dream I had as a child - to serve the global community. During the COVID-19 pandemic, I campaigned for the protection of healthcare workers and was recognized internationally for my activism and campaigning. Through this podcast, I speak to the greatest th ...
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show series
 
किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर।…
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Anxiety is something most of us feel but don't recognize. In this solo episode, Dr. Meenal uncovers her own struggle with anxiety and what her anxiety attack felt like. She shares the Top 3 ways that helped her manage her wellbeing. Hear how to set boundaries, remove toxic people from your life, practice self-compassion, and why you can’t forget ab…
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Are you tired of trying to eat healthy and it’s just not working? You’re still exhausted, unable to sleep, not achieving your weight loss goals, and on top of that, your blood sugars are high. Our guest, Anar Allidina, is a Registered Dietician who specializes in helping people struggling with insulin resistance - including prediabetes and Type II …
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Join me and Dr. Nina Mafrici, a well-known Clinical Psychologist and Co-Founder of Toronto Psychology & Wellness Group (TPWG), as we take a dive into how behaviours have changed post-pandemic and are at their worst now. Let’s uncover why patients and doctors are frustrated, angry, and feel entitled. Is this affecting our healthcare system, our ment…
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Welcome to Uncover Your Eyes! In this intro solo episode, hear Host Dr. Meenal Agarwal uncover her journey to being an Expert Optometrist, Entrepreneur, and Mom of 3. You’ll hear the story behind the podcast, what to expect in future episodes, and why being a healthcare professional isn’t always easy. Join us as we uncover health, wellbeing, self-i…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर।…
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'वह सोना है बेकार जो कानों को करे तार - तार । वह सोने की बालियाँ हैं बेकार, जो कानों पर करे वार।'' किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर।…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर।…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। जैसा व्यवहार हम यानि माता-पिता करेंगे, जैसे संस्कार देंगे, वैसा ही हमारे बच्चे हम से सीखेंगे …
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। पहले अपने, पीछे पराए – यह एक प्रचलित मुहावरा है जो सामाजिक और नैतिक मूल्यों पर आधारित है।ऐसा …
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सिंधी अबाणी बोली, मिठिड़ी अबाणी बोली, तंहिंखे मां कीअं विसारियां, जिंद जान तंहिंतां वारियां, जंहिं में डिनी आ मूंखे पींघे में माउ लोली!" मातृभाषा हमारी पहचान है, अपनी भाषा में पाया गया ज्ञान सदियों तक याद रहता है। यूनेस्को ने मातृभाषा को सम्मानित करते हुए 21 फरवरी अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के रूप में घोषित किया है। अपनी भाषा से प्रेम करे और सुनते…
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जैसी करनी वैसी भरनी : अगर कोई अच्छा कर्म करेगा तो अच्छा फल प्राप्त होगा और यदि बुरा कर्म करेगा तो बुरा फल प्राप्त होगा। यदि हम किसी से मीठा बोलेंगे और हमारे कर्म अच्छे होंगे तो निश्चित रूप से हमें उसके बदले अच्छा ही मिलेगा।De către Audio Pitara by Channel176 Productions
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"हरकत मे बरकत: कहावतें जीवन का एहसास है ;हमारे बुजुर्गों ने अपने एहसासो को समझाने के लिए साफ और सरल भाषा में काम करने और वक्त की कीमत सिखाई है। हरकत में बरकत ;काम करने से कुछ न कुछ हासिल होता है;जैसे कि काम के बदले पैसे व हुनर प्राप्त होता है, जिससे हमारे जीवन का दर्जा ऊपर होता है। "De către Audio Pitara by Channel176 Productions
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। जब इंसान मीठा बोलता है तो उसे सभी पसंद करते है परंतु जब वही इंसान कड़वा बोलता है तो उसे कोई पस…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। ईश्वर सर्वशक्तिमान है, हम सभी उसके आगे बहुत कमजोर है। ईश्वर जब हमारा साथ देता है तो हमारी ताक…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर।…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर।…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों तथा कहावतों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। विदेशी विद्वानों ने कहावतों के बारे में अलग-अलग परिभाषाएं बताई है।…
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किसी बात को असरदार ढंग से और बंद शब्दो में बोलना एक कला है। मुहावरों तथा कहावतों से भाषा की सुंदरता बनी रहती है।ऐसे ही सिंधी भाषा में अनंत मुहावरे, कहावते कहे गए हैं, जो जीवन के अनुभवों से कहे गए हैं ।आज भी कहे गए वही मुहावरे और कहावते बेहतर जीवन की राह रोशन करते हैं। सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट पर बने रहे । सिर्फ़ ऑडियो पिटारा पर।…
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सिंधी भाषा विकास के उपलक्ष में प्रोफेसर (डॉ.) हासो दादलाणी जी से प्रत्यक्ष मुलाकात में अति महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। आज, रोज़ी - रोटी देने वाली अन्य / अंग्रेजी भाषा के चलन के दौर में मातृभाषा सिंधी की क्या अहमियत है?, सहजता से बताया है। घर बैठे बैठे सिंधी सीखने के डिस्टेंस लर्निंग के कौन से माध्यम हैं , इसकी भी जानकारी दी है। मातृभाषा सिंधी सीखने…
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अजमेर निवासी , हिंद -सिंध के प्रतिष्ठित कवि, नाट्यकार, गायक और, साहित्यकार ढोलण राही जी ने पूछा है सिंधियों से आप सिंधी हो ? सिंधी हों ना! ,तो क्यों नही सिंधी में बात करते? जब पशु- पक्षी भी अपनी भाषा में बतियाते हैं तो हम तो इंसान है ! हमें भी अपनी ज़बान में बात करनी चाहिए। हम सिंधियों ने अपनी ज़मीन ,जायदाद अपना वतन तक छोड़ा, वह हमारी मजबूरी थी। भा…
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हमें गर्व है आपके उत्साहपूर्ण सहयोग से, बिना ठहराव के, सिंधी संस्कृति पॉडकास्ट के 25 एपिसोड पूरे हुए। आप सभी के प्यार और समर्थन के बिना यह संभव नहीं था। हमें अपनी संस्कृति और भाषा-बोली पर गर्व है । "सिंधी हैं , सिंधी में बात करेंगे, अपनी संस्कृति को आबाद करेंगे।" हमने संकल्प लिया है, हम अपनी मातृभाषा में बात करेंगे। सभी सुनने वालों के लिए उच्चतम गु…
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चइनि मुंदुंनि जो राग रिद्धि भोजवानी, अहमदाबाद, महात्मा गांधी हाई स्कूल में नवी कक्षा में पढ़ने वाली बालिका अपनी मधुर आवाज़ में चार ऋतुओ के बारे में गाकर आपको मंत्र मुक्त करने आई है। रिद्धि ने सिंधी ऋतु के नाम , उसके प्रभाव को, बेहतरीन उच्चारण से पेश किया है। आप जानते हैं शरद ऋतु में हम सिंधी खुराक माजून और कई सारी खाने की ताकत बक्श चीज़ें बनाते हैं। …
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इस एपिसोड में हमनें मुलाकात की सुप्रसिद्द साहित्यकार और कवि - श्री मोहन हिमथानी जी से। "कैरियर के साथ मातृ भाषा को साथ ले चलो, घर और परिवार में सिंधी में बात करो" का संदेश दिया। सिंधी बोली के विकास के बारे में चर्चा करते हुए हिमथानी जी ने बताया कि आज की युवा पीढ़ी अपने कैरियर के बारे में बहुत संवेदनशील है और अपनी भाषा से दूर हो रही है। एक इंसान के ल…
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आर्या खिलनानी, अहमदाबाद,के. जी. कक्षा की छात्रा, रचना स्कूल, अहमदाबाद से अपनी प्यारी सी आवाज़ में सुनाएंगी ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार को छोड़ , वह रे तारा गोल तारा ... रोशन तारा ...कविता और साथ साथ हाथी और चींटी की कहानी एक अलग अंदाज में। दादी माँ से सिंधी कहानी और कविता आर्या बड़े चाह से सिखती है। दादी माँ से वह सिंधी में बात करती है ।क्या आप भी घर…
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"लाल साईं की लीला बहुत निराली है। उन्हें जो भी सच्चे मन से, सच्चे दिल से याद करता है वह साकार रूप में प्रकट होते है, उसके मन की मुरादे पूरी करते हैं और फिर अंतर्ध्यान हो जाते है। कुछ ऐसा ही हुआ 'ममण' और उनकी धर्मपत्नी के साथ। उन्होंने लाल साईं से धन की जगह औलाद मांगी, साईं ने उनकी मुराद पूरी की। जो भी साफ़ मन और सच्चे भाव से भगवान झूलेलाल जी को ध्य…
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लाल साईं की लीला बहुत निराली है। उन्हें जो भी सच्चे मन से, सच्चे दिल से याद करता है वह साकार रूप में प्रकट होते है, उसके मन की मुरादे पूरी करते हैं और फिर अंतर्ध्यान हो जाते है। कुछ ऐसा ही हुआ 'ममण' और उनकी धर्मपत्नी के साथ। उन्होंने लाल साईं से धन की जगह औलाद मांगी, साईं ने उनकी मुराद पूरी की। जो भी साफ़ मन और सच्चे भाव से भगवान झूलेलाल जी को ध्या…
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कहा जाता है, संकट के वक्त ईष्ट देव का ध्यान करने से हमारी बीच मझदार में फंसी नैया को पार लगाने वह साकार स्वरूप में मदद करने आते है। एक बार व्यापारियों की नैया भी बीच भंवर में फंस गई, उन्होंने इष्ट देव का स्मरण किया, तभी भगवान झूलेलाल उनकी नैया को पार लगाने के लिए स्वयं प्रकट हुए। तब से उन्हे जिंदहपीर के नाम से पुकारा जाता है। यह प्रार्थना सुनी है आ…
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सिंधियों में कन्या को नियाणी कहा जाता है। एक कन्या को एक सौ ब्राह्मण के बराबर माना जाता है। इसलिए सिंधी कन्या को पैर छूने नही देते,कन्या के पैर छूते है।जैसे द्रोपदी की रक्षा के लिए श्री कृष्ण आए, वैसे ही लाल साई की लीला भी न्यारी है। एक कन्या की आस्था प्रार्थना को सुनना, स्वप्न में आना, भगवान झूलेलाल की लीलाएं! क्या आप जानना चाहते हैं। सुनते रहिए ऑ…
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सिंधियों के इष्ट देव "भगवान झूलेलाल" के जन्म की आकाश वाणी हुई-"जब जब धर्म की हानि हुई है; तब तब सत पुरुष की रक्षा करने के लिए भगवान ने साक्षात रूप में जन्म लेकर उनके धर्म की रक्षा की है"। ऐसे ही मिर्ख शाह के अत्याचार से बचाने, पाप को नाश करने के लिए भगवान झूलेलाल ने मानव अवतार लिया। सिंध में मिर्ख शाह द्वारा सिंधियों पर अत्याचार बढ़ने लगे। धर्म और …
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सिंधियों के इष्ट देव "भगवान झूलेलाल" हैं। भगवान झूलेलाल को उडे॒रो लाल, लाल साईं, ज़िंदहपीर, घोड़े वारो, भिन्न-भिन्न नामों से पुकारा जाता है। भगवान झूलेलाल का जन्मोत्सव चेटीचंड के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है जब-जब धरती पर पाप बढ़ता है, तब तब पाप को नाश करने के लिए भगवान मानव अवतार लेते हैं। कहते है सिंध में मिखृ शाह द्वारा सिंधियों पर साथ अत्…
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इस एपीसोड में आप सुनेंगे 'विनीता दलवाणी 'और 'रिद्धि भोजवाणी' की गुफ्तगू - स्कूल में पढ़ने वाली यह बालिकाएं, अपनी वेकेशन में प्रवास की आयोजन के लिए सिंधी में गुफ्तगू कर रही है। यह बहुत हर्ष की बात है कि आज की युवा पीढ़ी आपस में सिंधी में बात करते हैं। ऐसी युवा पीढ़ी की छोटी-छोटी सिंधी गुफ्तगू सिंधी भाषा के फिर से उद्भव और फैलाव का एक बीज समान है। अप…
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इस एपिसोड में आप सुनेंगे वक्तव्य युवा पीढ़ी की जुबानी " भगवान झूलेलाल कथा सिंधी में। 'महक अहूजा' की स्पष्ट, जोश भरी, आवाज़ आप को "झूलेलाल भगवान " की महिमा से अवगत कराएगी। हमें इस वक्तव्य को आपके साथ साझा करते हुए बहुत खुशी हो रही है । हमें गर्व है हमारे बच्चे अपने सिंधियो के इष्ट देव को जानते हैं और उनकी लीलाओं से अवगत है। हमारा अब तक का सफर बहुत ब…
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इस एपिसोड में आप सुनेंगे' डॉली ठक्कर 'और 'भूमि विधानी 'की गुफ्तगू।_नवमी कक्षा में पढ़ने वाली इन बालिकाओं ने "डॉक्टर चोइथराम गिदवाणी - स्वतंत्रता सेनानी के जीवन पर सिंधी भाषा में एक दूसरे से चर्चा की। हमें इस चर्चा को आपके साथ साझा करते हुए बहुत खुशी हो रही है । हमें गर्व है हमारे बच्चे अपने सिंधी समाज के स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर रहे हैं। हमार…
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इस एपिसोड में हमने मुलाकात की हिंद- सिंध के बर्ख सिंधी- हिंदी-गुजराती -उर्दू के साहित्यकार डॉ. जेठो लालवाणी जी से। सिंधी भाषा पर चर्चा की शुरुआत में उन्होंने बताया कि आज शहरों में जो भाषा बोली जाती है, उस पर दूसरी बोलियों का असर है। शहरों में सिंधी भाषा की मधुरता कहीं धुंधली हो गई है। आज भी गुजरात के कच्छ में ऐसी जगह है, जहां सिंधी भाषा की मिठास बर…
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पिछले एपिसोड में आपने डॉ. हूंदराज बलवाणी जी की मज़ेदार कहानी "फुंडियल पूरी" सुनी। कहानी सुनकर मज़ा आया होगा। कहानी में पूरी और गोलगप्पे का नाम सुनकर मुँह में पानी भी आया होगा। उम्मीद है आपने अपने बच्चों को भी कहानी सुनाई होगी। तो बच्चों ने आपसे कुछ सवाल भी किए होंगे। यही हमारा मकसद है कि बच्चे कहानी सुने और सवाल करें ताकि वह सिंधी भाषा के नए शब्द सीख…
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पिछले एपिसोड में, आपने बाल साहित्यकार डॉ. हूंदराज बलवाणी जी को सुना। उम्मीद है आपने उनकी सकारात्मक बातों से काफी कुछ सीखा होगा। उन्होंने आज की पीढ़ी को सिंधी भाषा से जोड़े रखने के सुझाव दिए । डॉ. बलवाणी हिन्द -सिंध के लोकप्रिय बाल साहित्यकार है, उन्होंने बच्चों के लिए बहुत कुछ लिखा है। उसी बाल साहित्य के खज़ाने में से, उन्होंने कुछ खज़ाना अपनी आवाज़ में…
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इस एपिसोड में हमनें मुलाकात की सिंधी के मशहूर बाल साहित्यकार और नाटककार डॉ. हूंदराज बलवाणी जी से। हमनें चर्चा की, कि बच्चों को किस तरह से गतिविधियों में शामिल तथा प्रोत्साहित किया जाए ताकि वह अपनी भाषा को जाने और उससे प्यार करें। साथ ही सिंधी भाषा को सीखकर गर्व के साथ उसे बोलचाल में लाएं। उन्होंने बहुत अच्छे और मूल्यवान सुझाव दिए जैसे हमें बच्चों क…
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इस एपिसोड में हम बात करेंगे हमारे नन्हें सिंधी सितारों के बारे में, जो सिंधी संस्कृती पॉडकास्ट में हमारे साथ जुड़े और बहुत अच्छी भागीदारी दी। लक्षिता शर्मा अपनी माँ को सिंधी में काम करता देख प्रेरित हुई और उसनें सिंधी सीखने की शुरुआत की, काव्या का तो अंदाज निराला है, घर में मिले माहोल से उसने बहुत अच्छी सिंधी सिखी और सिंधी में कविता तथा गीत सुनाए, …
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इस एपिसोड में मिलेंगे भूसावल से सलोनी मंगलाणी 13 साल, 8वीं कक्षा, अंगद मंगलाणी 12 साल, 6ठी कक्षा और कृपा मंगलाणी 15 साल 11वीं कक्षा के बच्चों से। इस प्रोग्राम में इन बच्चो ने बहुत ही अच्छे से अपनी अपनी भूमिका निभाई। शुरुआत में नन्हीं सी सलोनी ने बहुत ही खूबसूरत सिंधी लोक गीत 'पैसो लधो पट तां" सुनाया। उसके बाद 12 साल के अंगद ने अपनी मधुर आवाज और अनो…
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इस एपिसोड में मिलेंगे दृष्टि राजाणी, अहमदाबाद से। दृष्टि नवीं कक्षा में एम जी हाई स्कूल में पढ़ती है। स्कूल अंग्रेजी मीडियम है, परंतु वहां चौथे से सातवें दर्जे तक सिंधी पढ़ाई जाती है। दृष्टि बड़े होकर इंजीनियर बनना चाहती है। साथ ही घर से उसे ऐसा माहौल मिला है कि वह सिंधी कम्युनिटी के लिए सेवा करना चाहती है। दृष्टि इतनी सी उम्र में संत निरंकारी सत्स…
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इस एपिसोड में हम मिलेंगे 14 साल की महक सेठिया, अहमदाबाद से। महक ने सिंधी में बहुत ही खूबसूरत गीत सुनाया। महक अपने परिवार के साथ संत टेऊँराम फिल्म देखने गई। जिसमें उसने संत टेऊँराम जी की खूबियों और उनके कार्यों के बारे में जाना। साथ ही बहुत अच्छी सीख भी ली। महक से बात करने के बाद हमें यह लगा कि सिंधी फिल्मों के ज़रिए भी सिंधी माहौल दिया जा सकता है। …
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इस एपिसोड में हम बात करेंगे दिव्यांशी बिल्वाणी से, उम्र 8 साल ब्राइट केंपस स्कूल अहमदाबाद। दिव्यांशी ने "जेठ जी उमास " पूजा विधि के बारे में बताया है । इतनी छोटी सी उम्र में दिव्यांशी को सिंधी त्योहारों के बारे में ज्ञान है। यदि आपको भी सिंधी डिण वार के बारे में पता है या आप भी कविता, कहानी, किस्सा या कुछ और यदि शेयर करना चाहते हैं तो आप भी हमारे स…
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इस एपिसोड में हम बात करेंगे काव्या लालवाणी , उम्र 8 साल, साधू वासवानी इंटरनेशनल स्कूल फॉर गर्ल्स, दिल्ली से। काव्या का अपनी मातृ भाषा सिंधी में अत्यधिक चाव है, काव्या को सिंधी कविताएं, सिंधी भजन आदि आता है, जो हम आपको भी सुनाएंगे, इसे सुन कर, सुनने वाले बच्चों को भी प्रेरणा मिलेगी। सिंधी बोली का उपयोग किस क्षेत्र में किया जाता है और इसकी महत्ता क्य…
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इस एपिसोड में हम बात करेंगे दिव्यांशी बिल्वाणी से, उम्र 8 साल ब्राइट केंपस स्कूल अहमदाबाद। दिव्यांशी के परिवार वाले सिंधी में बात करते है। सिंधी त्योहार मनाते हैं। सिंधी सांग्स पर डांस करना साथ ही साथ सिंधी बोलने के लिए अक्षर अक्षर सोचते हुए वाक्य जोड़ना एक अलग ही अंदाज़ है दिव्यांशी का । क्या आप भी सिंधी फेस्टिवल मानते है? Comment कर के बताए।क्या आप…
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इस एपिसोड में हम बात करेंगे लक्षिता शर्मा उम्र 14 साल दिल्ली से, लक्षिता अपने स्कूल में सारे विषय में पढ़ाई करती है और उसका पसंदीदा विषय संस्कृत है, उसे अपनी मां को सिंधी भाषा में कार्य करते देख बहुत अच्छा महसूस होता है, साथ ही वह सिंधी के कुछ शब्द सीख चुकी है तथा और भी सीखने को इच्छुक है, लक्षिता को सिंधी खाना बहुत पसंद है. क्या लक्षिता अपने सिंधी…
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सिंधी संस्कृति के इस एपिसोड में हम चर्चा करेंगे हमारे लक्ष्य के बारे में कि छोटे बच्चों को किस तरह से अपनी संस्कृति सिंधी भाषा से परिचय कराया जाए. पहले के समय में नानी और दादी सिंधी में कहानियां सुनाया करती थी, स्कूली शिक्षा में भी सिंधी पढ़ाई जाती थी. परंतु इस वक्त सिंधी धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही है, इसे विलुप्त होने से बचाने के लिए एक कोशिश ह…
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एक ऐसी संस्कृति जो दुनिया की सबसे पुरानी संस्कृतियों में से एक है, जो मुअन-जो-दड़ो से शुरू होती है या उससे भी पहले की हो सकती है। सिंधी भाषा प्राचीन और साहित्य की दृष्टि से समृद्ध है। सिंधी साहित्य जगत के साहित्यकारों ने सिंधी साहित्य को बहुत समृद्ध बनाया है। कोण है सिंधीयो के देवता? सिंधी साहित्य में सबसे पहला संदर्भ किस इतिहासकारों के लेखन में मि…
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